कविता
जिंदगी की हक़ीकत
कभी कहकहों से गुजारा गया कबूतर पानी में उतारा गया इल्जाम सर किसके रखा जाये उसे अ…
कभी कहकहों से गुजारा गया कबूतर पानी में उतारा गया इल्जाम सर किसके रखा जाये उसे अ…
जब मिली एक बार जिन्दगी मेरी , वो जिन्दगी ही बन गयी बंदगी मेरी ये इतन…
जब घाटी में जवानों पर,,,,,पत्थर मारे जाते है पाक समर्थन वाले नारे,,,,,,तब पाखं…
कभी नयनो उतरु मैं , कभी मैं दिल का हो जाऊँ तुम्हारे सामने आकर , जरा सा तुझ मे…
Source Photos By: Saxam Khandelwal अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर क…
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